-अमित शर्मा-

– व्यंग्य –
अब जब मोदियापे और राहुल स्यापे से उक्ता चुके देश के वेल्ले लोगों ने तय कर ही लिया है कि जेसीबी को फ्री पब्लिसिटी देनी ही है, तो मैं भी इस हवन में स्वाहा करने से खुद को रोक नहीं पा रहा. कल दोपहर से ही इंस्टाग्राम पर जेसीबी मीम की संख्या बढ़ती दिखी. रात होते होते तक बाढ़ सी आ गई. गूगल पर देखा तो पता चला कि ट्वविटर पर जेसीबी की खुदाई ट्रेंड कर रहा है. ट्वीटर पर पढ़े लिखे गंवार ज्यादा हैं, लिहाजा अपन कम ही जाते हैं. अपने को कम पढ़े लिखे निपट मूर्ख ज्यादा रास आते हैं, सो अपन फेसबुक पर जिंदगी बर्बाद करना पसंद करते आए हैं. चुहलियों, द्वअर्थी स्टायरिस्ट के कारण इंस्टाग्राम भी पसंद है. फेसबुक पर लिखा कि ये जेसीबी क्यों ट्रेंट हो रहा है तो कुछेक मित्रों ने बताया जेसीबी खुदाई के पुराने वीडियोज पर मिलिन्स व्यू हैं. क्या लोग इतने खाली हैं कि जेसीबी की खुदाई होते ही न सिर्फ उसे देखने के लिए रुक जाते हैं, बल्कि उसके वीडियो भी मिलियन बार देखे जा रहे हैं?
ढिंचाक पूजा के दौर में जेसीबी का क्या गुनाह. उसे तो अरबों की पब्लिसिटी मुफ्त में मिल गई. जेसीबी वालों, इस बजट को जाया मत जाने देना, कोई पुण्य कर्म में लगाना. मेरा लेख पसंद आ जाए तो को ट्रिलियन डालर मेरे फटीचर खाते में भी डाल देना.
वैसे जेसीबी 1945 से रजिस्टर कंपनी है और उन्हीं फिरंगियों की है जिन्होंने हम पर राज किया था. ओह धीरे बोलूं, अभी हमारे क्रिकेटर वहीं वर्ल्ड कप खेलने गए हैं. कंपनी का नाम जे सी बमफोर्ड एक्सावेटर्स लिमिटेड है. हमारे देश में जहां मिनरल वाटर को बिसलरी, अलमीरा को गोदरेज कहने की परंपरा पुश्तैनी रही है, इसलिए जेसीबी कंपनी के दैत्याकार उपकरणों को भी जेसीबी ही कहा जाता रहा है. उसे चलाने वाले से लेकर उसे ठेके पर लगाने वाले से भी मशीन का नाम पूछोगे तो वो यही कहेगा- जेसीबी ही है.
कंपनी की ऑफिशियल साइट पर रुख किया तो ये ब्रह्म ज्ञान हुआ कि जिस खुदाई की मशीन को हम जेसीबी ही कह देते हैं, उसका नाम बैकहो लोडर्स है. कचरा उठाने वाले बड़े मुंह वाली जेसीबी को कॉम्पेक्टर कहते हैं. टैंकनुमा पहिए वाली जेसीबी को एक्सावेटर और इन्के छुटकू वर्जन्स के नाम मिनी एक्सावेटर, स्किड स्टीर लोडर हैं.

जेसीबी जनरेटर भी बनाती है. साइट पर साइट के ऑनर का ध्येय वाक्य भी है-
“Jamais Content – that’s very, very much me. I am never content; I’m always looking for improvement.” Mr. JCB
जेसीबी की खुदाई में लीन इंटरनेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं को आभार. उन्होंने जेसीबी की तह में झांकने को झकझोरा. वैसे घर के पड़ोस में कभी जेसीबी आई तो अपन भी खुदाई देखने गए ही हैं. हां ये सच है. इसलिए शायद बहुते फर्राटे से ट्रेंड कर गया, #JCBKIKHUDAI

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